Tuesday, 16 October 2012

ईमानदारी एवार्ड ब्रिटिश सरकार से और उसका फायदा इंदर सिंह जी को मिला

ठाकुर श्री मान भुर सिंह जी राणावत, ठिकाना मोटा गुडा में भगवान शिव के परम भक्त थे, उनका हर सोमवार को दर्शन और जलाभिषेक करना लक्ष्य निर्धारण था और उस समय के वे बहुत ही बड़े शिकारी थे बंदूक,वलम धारी तो उनका कोई मुकाबला नही था ,कद के नाटे ही थे. हमेशा घुड़सवारी से ही यात्रा किया करते और विशेष कर डाकुओ का पीछा करते डाकुओ का लुटा मॉल उसके मालिकों मालिकाना हक दिलाते थे .श्रीमान को ब्रिटिश सरकार की तरफ से अवार्ड सर्टिफिकेट ईमानदारी का मिला था .वो सर्टिफिकेट भाटून्द को जब इंदर सिंह जी ने लूटा था,उस समय इंदरसिंह जी को ब्रिटिश सरकार ने पकड़ा, तब उन को छुड़ाने में काकानी ठाकुर साहब मान सिंह जी ने महत्वपूर्ण भूमिका ईमानदारी से इस सर्टिफिकेट जरिये ही छुड़ाया था .कानूनन के अच्छे जानकर थे ठाकुर मानसिंह .इस ठाकुर साहब ने  ठिकाना गुडा गुमानसिंह में शादी की थी जों तत्कालीन ठाकुर साहब के अर्जुन सिंह जी राणावत के जवाई सा थे,जिनके वर्तमान पुत्र काकानी ठाकुर साहब श्री मान खिम सिंह जी है ,.काकाणी ठाकुर साहब के साढू बागावास हाल बाड़मेर श्रीमान किशोर करन जी थे.बागावास वाले ठाकुर साहब ने दूसरी शादी की थी इन की पहली शादी हमारे भाईपा का गांव सेणा की थी.इन की तीसरी शादी बांगड़ आमेट के पास मेवाड़ की थी .चोथी .............शादी की .  

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