Tuesday, 23 October 2012

ठिकाना बीजापुर से प्रेम

ठिकाना बीजापुर में ठाकुर साहब श्री जोग सिंह जी के बाईसा देवी कुंवर का जब ठिकाना बुसी शादी हो रही थी तब बड़ी बारात आने के कारण अच्छी खातिरदारी के लिए मांस की आवश्यकता थी तब ,आप दाता हुकम के पास एक बकरा करीब १०० किलोग्राम का था. उस बकरे को माँगा तो दाता हुकम के दे दिया ,मांगे जाने का कारण था की छोटे छोटे बकरे बीजापुर ठिकाने में थे. इस बकरे के बदले चाहे जितने ले पधारे का कहा ,परन्तु दाता हुकम श्री भुर सिंह जी इंकार हो गये ,उन्होंने कहा दूर ही सही काका लगता हु ,मेरी भी जवाबदारी बनती है . उस बकरे की विशेषताएं थी की वह इनता भारी था की खड़ा भी नही हो सकता था .जिसको बैलगाड़ी ,[ जिस गाड़ी के पहिए लकड़ी के ही होते ] ,में बैठा कर लेकर पधारें थे . 

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