ठाकुर श्री जुन्जार सिंह जी के चार संताने हूई , बड़े बाईसा द्रियाव कुंवर जी जिनको खांडी ठाकुर श्री रतन सिंह जी जोधा राजपूत से शादी कराई थी .दुसरे नम्बर बाईसा भिक कुंवर जी को ठिकाना सिणली समदडी [ जोधपुर ] में ठाकुर साहब जेलर सा श्री पाबू सिंह जी से करवाई थी ,जीनेके बड़े पुत्र आज पदेन सर्कल स्पेक्टर राजस्थान पुलिस ,थाना ऋषभदेव जिला - उदयपुर में तैनात है . तीसरे नम्बर संतान श्री ठाकुर स्वर्गीय डूंगर सिंह जी,.इन्होने ठिकाना पीलवा चम्पावत जी से शादी की थी , जिनके दो संताने हुई . दितीय विश्व युद्ध में आप ने भाग लिया था तब सात वर्ष तक जर्मन ,फ़्रांस आदि जगह बिताये ,तब तक घर वालो को पत्ता ही नही था की वे जिन्दा है मुर्दा ,फिर सात साल बाद गाँव पधारे .बाद दूसरी नौकरी ट्रंक ड्राइवर के रूप में की .फिर तीसरी अपनी नौकरी राजस्थान सरकार के सिचाई विभाग में ड्राइवर के रूप में की थी ,तत्कालीन उनके खलासी के रूप में जीवदा गाँव निकट सेणा के श्री मोपत सिंह जी थे जों आज वर्तमान में पाली जिला से जिला परिषद के मेम्बर पद से है .चौथे नम्बर पर ठाकुर भैरो सिंह जी ने शादी की औसिया भटियानी जी से की जिनके चार संताने हुई .
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